28 जुलाई 2025 को भारतीय सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के डाचिगाम जंगलों में “ऑपरेशन महादेव” के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की। इस अभियान में पहलगाम आतंकी हमले के मास्टरमाइंड सहित तीन आतंकियों को ढेर किया गया। यह वही हमला था जिसमें अप्रैल में 26 लोगों की जान गई थी।
तीन घंटे में पूरा ऑपरेशन
ऑपरेशन की शुरुआत सुबह हुई जब खुफिया एजेंसियों को आतंकियों की लोकेशन का सुराग मिला।
आतंकियों की पहचान ड्रोन और सैटेलाइट ट्रैकिंग से हुई।
सेना की विशेष टुकड़ियों ने जंगल में घेराबंदी की और करीब तीन घंटे में तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया गया।
मारे गए आतंकी
हाशिम मूसा उर्फ सुलीमान – इस हमले का मुख्य साजिशकर्ता, जो पाकिस्तान का पूर्व स्पेशल फोर्स कमांडो बताया गया है।
हमजा अफ़ग़ानी – विदेशी प्रशिक्षित आतंकी।
जिब्रान – संपर्क सूत्र और स्थानीय सहयोगी।
बरामद हथियार
एके-47 राइफल्स
एम4 कार्बाइन
ग्रेनेड लॉन्चर
सैटेलाइट संचार उपकरण
नाम ‘महादेव’ क्यों?
यह अभियान अमरनाथ यात्रा मार्ग के पास चलाया गया था, इसलिए इसे ‘महादेव’ नाम दिया गया। यह नाम एक प्रतीक है कि आतंक का खात्मा ईश्वर की भूमि पर ही किया गया।
पीड़ित परिवारों की प्रतिक्रिया
हमले में अपनों को खो चुके परिवारों ने राहत जताई है। उन्होंने कहा कि यह न्याय की शुरुआत है, लेकिन आतंक की जड़ तक पहुंचना अब भी जरूरी है।