Flood Situation Prayagraj News- प्रयागराज में स्थिति गंभीर होती जा रही है। गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है और यह 2013 की तरह बाढ़ जैसी स्थिति की याद दिला रहा है। गंगा नदी फाफामऊ और छतनाग में 84.96 मीटर तक पहुंच गई है, जो खतरे के निशान 84.74 मीटर से ऊपर है। यमुना नदी नैनी में 85.06 मीटर तक पहुंच चुकी है, जो खतरे के स्तर से कहीं ऊपर है।जलस्तर में एक दिन में 1 से 1.5 मीटर तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
10,000 से अधिक घरों में पानी भर चुका है। फाफामऊ , तेलियरगंज , मलाक हरहर , श्रृंगवेरपुर , फूलपुर, मेजा, करछना, सोरांव, हंडिया और बारा जैसी जगहो पे हालात बहुत खराब हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत जो बच्चे दुर दराज से तैयारी करने के लिए यहा पर रुम लेके रहते थे उन्हे सबसे ज्यादा दिक्कतो का समना करना पड़ रहा है। रुम मलिक जबरन बच्चो से किराया वसूल रहे है कमरे मे रहो या न रहो।
बाढ़ से सबसे ज़्यादा प्रभावित क्षेत्र – फाफामऊ , Prayagraj : गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है: बस्ती क्षेत्रों में पानी घरों में भर गया है, सड़कें पूरी तरह जलमग्न हैं। तेलियरगंज: गंगा किनारे के मोहल्लों में पानी भरने से लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। मलाक हरहर: निचले इलाकों में बाढ़ ने तबाही मचाई है, कई मकान जलमग्न हैं। श्रृंगवेरपुर: गंगा के किनारे बसे गांवों में खेत और सड़कें डूब चुकी हैं, ग्रामीणों की फसलें बर्बाद हो रही हैं।