चटगांव, बांग्लादेश – 17 सितम्बर 2025
बांग्लादेश के चटगांव शहर में अमेरिकी सेना की चुपचाप मौजूदगी ने राजनीतिक और रणनीतिक हलकों में चर्चा तेज कर दी है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, 10 सितम्बर को अमेरिकी सेना और वायुसेना के लगभग 120 अधिकारियों का एक दल चटगांव पहुंचा, जिनके लिए शहर के प्रमुख होटल रैडिसन ब्लू में 85 कमरे आरक्षित किए गए थे।
हालांकि, हैरानी की बात यह रही कि होटल के रिकॉर्ड में इन अधिकारियों के नाम कहीं भी दर्ज नहीं किए गए। सुरक्षा और पारदर्शिता से जुड़ी इस चुप्पी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
होटल में गोपनीय उपस्थिति
स्थानीय मीडिया और जांच एजेंसियों को यह जानकारी तब मिली जब कुछ पत्रकारों ने होटल में विदेशी मेहमानों की अचानक बढ़ती आवाजाही पर ध्यान दिया। जब होटल प्रबंधन से नामों की जानकारी मांगी गई, तो उन्होंने गोपनीयता का हवाला देते हुए कोई विवरण साझा नहीं किया।
वायुसेना अभ्यास या रणनीतिक तैयारी?
बताया जा रहा है कि अमेरिकी सैन्य अधिकारी बांग्लादेश की सेना के साथ एक संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने आए हैं। इस अभ्यास को “सहयोग मिशन” का नाम दिया गया है, जो अमेरिका की इंडो-पैसिफिक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
14 सितम्बर को मिस्र की वायुसेना का एक ट्रांसपोर्ट विमान भी चटगांव के शाह अमानत अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा, जिसने इस सैन्य गतिविधि को और रहस्यमय बना दिया।
सरकार की चुप्पी और जनता की चिंता
बांग्लादेश सरकार की ओर से अभी तक इस विषय पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालाँकि कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह एक “पूर्व निर्धारित सैन्य सहयोग अभ्यास” है और इसकी पूरी जानकारी रक्षा मंत्रालय के पास है।
वहीं, विपक्षी दलों ने इसे “संप्रभुता के साथ समझौता” बताते हुए संसद में सवाल उठाने की बात कही है।
क्षेत्रीय प्रभाव
भारत और म्यांमार जैसे पड़ोसी देशों में भी इन घटनाओं को लेकर चिंताएँ उठ रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि चटगांव जैसे सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण बंदरगाह पर अमेरिकी गतिविधि केवल अभ्यास भर नहीं हो सकती।
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