Gopal Khemka Murder: STF की कई ठिकानों पर छापेमारी, दो संदिग्ध हिरासत में – शूटर की तलाश तेज
बिहार की राजधानी पटना में चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए STF और पटना पुलिस की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। इस सिलसिले में सोमवार को फतुहा, दानापुर, दनियावां और वैशाली के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई, जहाँ से दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। हालांकि मुख्य शूटर अब भी फरार है।

क्या है पूरा मामला?
बता दें कि 2 जुलाई 2025 को दिनदहाड़े पटना के व्यस्त इलाके बांकीपुर में बदमाशों ने गाड़ी में बैठे व्यवसायी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना उस समय हुई जब वह अपने घर से बाहर निकले ही थे। सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि हेलमेट पहने एक युवक बाइक से आया और नजदीक से खेमका पर गोलियों की बौछार कर दी।
शूटर और साजिशकर्ता कौन?
पुलिस सूत्रों की मानें तो यह हत्या एक पूर्व नियोजित साजिश थी। घटना के पीछे कम से कम तीन शूटरों के शामिल होने की आशंका है।
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एक आरोपी गोपाल खेमका के घर के पास नजर आया।
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दूसरा बांकीपुर क्लब के पास निगरानी कर रहा था।
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तीसरा हत्या को अंजाम देने वाला मुख्य शूटर, जिसने हेलमेट पहनकर सीधा हमला किया।
सूत्रों के मुताबिक, इस हमले में शामिल संदिग्धों में विजय सहनी, बिल्ला और शब्बीर का नाम सामने आया है, जिनकी तलाश में पुलिस ने छापेमारी तेज कर दी है।
जेल से भी जुड़े तार?
इस मामले की जांच के दौरान पुलिस ने Beur जेल में छापेमारी कर एक मोबाइल, सिम कार्ड और दो जिंदा गोलियां बरामद की हैं। इससे यह आशंका गहराई है कि हत्या की साजिश जेल के अंदर से रची गई हो सकती है।
इतना ही नहीं, पुलिस को यह भी शक है कि 2018 में गोपाल खेमका के बेटे की हत्या भी इसी गैंग के द्वारा की गई थी और अब उसी गैंग ने गोपाल खेमका की हत्या की योजना बनाई।
सरकार और पुलिस की प्रतिक्रिया
घटना के बाद पूरे बिहार में आक्रोश है।
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बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने खेमका परिवार से मुलाकात कर भरोसा दिलाया कि "अपराधी पाताल में भी छिपा हो तो उसे निकाला जाएगा।"
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DGP ने SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) का गठन कर दिया है और कहा है कि जल्द ही मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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मामले को लेकर राजनीतिक बहस भी तेज हो गई है और यह आगामी विधानसभा चुनावों का मुद्दा बनता दिख रहा है।
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